मानव संसाधन एक कार्यनीतिक साझेदार के रूप में
कॉनकॉर का मानव संसाधन तीन मुख्य उद्देयों पर केंद्रित होकर कार्यनीतिक साझेदार के रूप में कार्य कर रहा है:- (i) उपयुक्त कार्य के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चुनाव करके कार्य पर लगाना (ii) व्यक्तिगत उद्देश्यों को संगठनात्मक उद्देश्यों के साथ संरेखित करना (iii) संगठन की वृद्धि और विकास हेतु भविष्य की भूमिका के लिए कर्मचारियों में प्रतिभा का विकास करना।
उपयुक्त कार्य के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चुनाव एवं तैनाती
कॉनकॉर कर्मचारियों के चुनाव में अपेक्षित शैक्षिक योग्यता, अनुभव, कौशल, गुण तथा विशिष्ट संगठनात्मक कार्यों हेतु वैज्ञानिक प्रक्रिया का उपयोग करता है।
इस तरह से चयनित की गई जन शक्ति को संगठनात्मक उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु उपयुक्त स्थान पर उपयुक्त कार्य हेतु लगाया जाता है।
व्यक्तिगत लक्ष्यों को संगठनात्मक लक्ष्यों के साथ संरेखित करना
कर्मचारियों के प्रेरणा और नैतिकता के स्तर में वृद्धि करने के लिए कर्मचारियों हेतु कल्याणकारी गतिविधियां, कार्य स्थल का सकारात्मक वातावरण निर्माण, सामंजस्यपूर्ण औद्योगिक संबंध बनाना, जीवन स्तर में गुणवत्ता में वृद्धि, प्रतिभावान कर्मचारी की पहचान एवं पुरस्कृत करना तथा अन्य एचआर गतविधियां कॉनकॉर में चलाई जा रही है। कॉनकॉर के कर्मचारियों का संतुष्टि स्तर लगभग 83% है। कर्मचारियों के ज्ञान, कौशल और सक्षमता में वृद्धि करने के लिए प्रशिक्षण और विकास का माध्यम लगातार अपनाया जा रहा है। व्यक्तिगत एवं सामूहिक स्तर में वृद्धि की प्रक्रिया जारी है। व्यक्तिगत उद्देश्यों को संगठनात्मक उद्देश्यों के साथ संरेखित करने में एचआर मदद करता है।
संगठनात्मक वृद्धि एवं विकास हेतु भावी भूमिका के लिए प्रतिभा का विकास
कॉनकॉर अपने कर्मचारियों का विकास प्रशिक्षण एवं कार्य परिवर्तन, कार्य आवंटन तथा अन्य विधियों जैसेकि वरिष्ठ पदों पर आसीन अधिकारियों के पद सेवा निवृत्ति, त्यागपत्र, प्रत्यावर्तन, बोर्ड स्तर पर उन्नयन से खाली होने वाले पदों पर संभावित उत्तराधिकारियों के रूप में करता है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा और बदलती व्यावसायिक अपेक्षाओं के फलस्वरूप कॉनकॉर ने अपनी भावी भूमिका हेतु अपने आंतरिक प्रतिभाओं का विकास कर लिया है जिससे संगठनात्मक वृद्धि और विकास को सुविधा मिली है।