पृष्ठभूमि
जबसे वैश्वीकरण ने परिवहन क्षेत्र में बदलाव किया है, तभी से राष्ट्रीय सीमाएं व्यवसाय हेतु पारग्मय हो गई हैं जिससे लचीली परिवहन सेवाओं की आवश्यकता हो गई है। इस युग में दो प्रकार के परिवहन माध्यमों से ढुलाई एवं कंटेनरीकरण सह-उत्पाद हैं एवं सामान्य कार्गो की ढुलाई का कायापलट हो गया क्योंकि इनके माध्यम से समुद्री और जमीन के मुख्य मार्गों पर परिवहन सुगम हो गया है। चालीस वर्ष पहले वस्तुओं का निर्यात या आयात करने की भौतिक प्रक्रिया दुष्कर कार्य था। वस्तुओं को पतन तक लौरी के द्वार ले जाया जाता था, भंडारगृह में उतारा जाता था और फिर एक एक करके समुद्री जहाज पर पुन: लादा जाता था।
कंटेनर के माप को मानक बताकर मैलकम मैकनील के कंटेनरीकरण के विचार ने कार्गो परिवहन का आधार बदल दिया और इसके फलस्वरूप, कंटेनर ढुलाई वाले ‘सेलुलर शिप’ के संचालन का मशीनीकरण और उनके संचालन अवधि को घटाकर कुछ ही घंटे कर देने से पत्तनों की उत्पादकता में सुधार हुआ है। कार्गो के ईकाईकरण से कार्गो के बहुसंचालन को सत्य करने में सहायता मिली और इससे अंतरण तेज, सस्ता और आसान हो गया। चूँकि कंटेनरीकरण का पर्याय ‘कार्गो केयर’ है, अत: यह पूरे विश्व में बडी तेजी से बढ रहा है।